मध्यांतर...
हम अंत की तलाश में मध्यांतर तक ही पहुंच पाते हैं।
अंत क्या है किसी को पता नहीं, किसी ने देखा नहीं।
सबके अपने अनुभव हैं अंत को लेकर।
हॉं! पर ये अनुभव सिर्फ देखें हुए हैं ना की भुगतें
हुए।
देखें हुए अनुभव में थोड़ा बहुत झूठ भी होता है। शायद बहुत ज्यादा झूठ होता
है।
तो सच क्या है अंत का? किसे पता है यह सच?
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