आधी हकीकत आधा फ़साना

कुछ बातें जो कभी याद आ गयी और कभी गढ़ दी.... आप बीती और किस्सों से भरी ये दुनिया हैं मेरी...

Monday, September 10, 2018

मध्यांतर...


हम अंत की तलाश में मध्यांतर तक ही पहुंच पाते हैं।
अंत क्या है किसी को पता नहीं, किसी ने देखा नहीं। सबके अपने अनुभव हैं अंत को लेकर। 
हॉं! पर ये अनुभव सिर्फ देखें हुए हैं ना की भुगतें हुए। 
देखें हुए अनुभव में थोड़ा बहुत झूठ भी होता है। शायद बहुत ज्यादा झूठ होता है। 
तो सच क्या है अंत का? किसे पता है यह सच?
कोई तो होगा जिसे भूगता हुआ सच पता हो या ये जीवन ही सारा झूठ है।

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